हल्द्वानी, नवम्बर 9 -- हल्द्वानी। बागजाला में मालिकाना हक और निर्माण कार्यों पर लगी रोक हटाने समेत आठ सूत्री मांगों को लेकर चल रहा ग्रामीणों का आंदोलन 84वें दिन भी जारी रहा। किसान नेता आनंद सिंह नेगी ने कहा कि राज्य गठन के 25 वर्ष की उपलब्धि यह है कि शासक-प्रशासक-माफिया विकास के केन्द्र में है और जनता हासिये पर है। उन्होंने कहा कि जिस उत्तराखंड की संकल्पना यहां के निवासियों ने अपने संघर्ष एवं बलिदान के फलस्वरूप की थी आज सरकारों ने उस पर यक्ष प्रश्न खड़ा कर दिया है। प्रदेश दो हिस्सों एलीट उत्तराखंड और गरीब उत्तराखंड में बंट गया है। बागजाला के ग्रामीण जीवन भर की कमाई लगाकर बनाए गए अपने घर, गांव, जमीन को बचाने की जद्दोजहद में 84 दिन तक आंदोलरत हैं और सरकार की तरफ से कोई भी जिम्मेदार सुनने देखने को तैयार नहीं है। ग्रामीणों ने कहा कि जब तक हमा...