गिरडीह, अगस्त 3 -- बिरनी, प्रतिनिधि। प्रखंड के खरखरी में स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत गोबर्धन योजना के तहत 25 लाख की लागत से बायो गैस प्लांट का निर्माण किया गया परन्तु वह सिर्फ शोभा की वस्तु बनकर रह गयी है। प्लांट से 25 घरों में कनेक्शन करना था परन्तु अधिकारियों ने कागज पर ही कनेक्शन दिखाकर राशि का बंदरबांट कर लिया। शनिवार को विभाग के एक्सक्यूटिव अविक अम्बाला ने स्थल पर जाकर जांच की तो पता चला कि मात्र 14 घरों में ही कनेक्शन किया गया है एवं प्लांट बनने के बाद से एक दिन भी उन घरों तक गैस पहुंचा ही नहीं। जेई अजय राजवार ने बताया कि आशा किरण नामक एनजीओ ने प्लांट को बनाया था और एक महीने तक प्लांट के संचालन का जिम्मा था परन्तु एनजीओ ने प्लांट को बनने के बाद एक दिन चलाकर चेक किया उसके बाद दोबारा कभी आया ही नहीं। एनजीओ ने गोबर नहीं मिलने का बनाया ...