बोकारो, मार्च 12 -- बोकारो थर्मल। नावाडीह प्रखंड के अति उग्रवाद प्रभावित ऊपरघाट स्थित पोखरिया पंचायत के डेगागढ़ा-लेढ़वाकेंद में 24 साल बाद एक बेटा अपने मां-भाई से मिला। ऐसे में परिजनों की खुशी का ठिकाना नहीं था। साल 2001 में धर्मेंद्र सिंह अपनी घर की माली हालत देखकर काम करने महाराष्ट्रा चला गया था। वहां उसकी मानसिक हालत बिगड़ गयी थी और वह अपने साथ गए साथियों से भटक गया था। हालांकि उसके साथी उसे कई माह ढूंढ़ते रहे, लेकिन वह नहीं मिला। थक-हारकर साथियों ने ढूंढ़ना बंद कर घर में सूचना दिया। बेटे के लापता होने की खबर सुन मां व भाई-बहन परेशान हो गए। परिजन भी कई सालों धर्मेंद्र की तलाश करते रहे। मंदिरों में मत्था टेका तो साधू-संतों के अलावा पंडितों और तांत्रिकों के यहां भी फरियाद लगाई, लेकिन लाभ नहीं हुआ। रेलवे अधिकारी के कारण संभव हुआ : धर्मेंद्र ...
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