रुडकी, जुलाई 21 -- ज्योतिषाचार्यों के अनुसार शिवरात्रि पर बन रहे गजकेसरी, बुधादित्य, मालव्यराज, लक्ष्मी नारायण और सर्वार्थ सिद्धि जैसे संयोगों में विधि विधान से पूजा करने पर विशेष लाभ प्राप्त होगा। ज्योतिषाचार्य राकेश शुक्ला ने बताया कि इस बार 24 वर्षों के बाद शिवरात्रि पर विशेष संयोग बन रहे हैं। उन्होंने बताया कि बुधवार को चतुर्दशी तिथि का प्रारंभ होने के साथ ही सुबह 4:40 बजे से जलाभिषेक शुरू हो जाएगा। बताया कि चतुर्दशी तिथि प्रारंभ होने के साथ ही भद्रा भी लग जाएगा जो दिन के लगभग 3:30 बजे तक रहेगा, लेकिन शास्त्रों के अनुसार मिथुन राशि और स्वर्ग लोक में भद्रा होने की वजह से जलाभिषेक में कोई व्यवधान नहीं होगा। शिवरात्रि पर भगवान शिव की पूजा चार पहरों में की जानी शुभ होती है। इस बार प्रथम पहर की पूजा बुधवार को सुबह 7:25 से 10:05 बजे तक, द्व...