हापुड़, सितम्बर 6 -- गंगा का जलस्तर बीते 24 घंटे में 12 सेंटीमीटर घटने से फिलहाल बाढ़ का खतरा कम हुआ है, लेकिन प्रभावित गांवों में जलभराव की समस्या अब भी बनी हुई है। धूप निकलने से गांवों में गंदगी और मच्छरों के पनपने का खतरा बढ़ गया है, जिससे ग्रामीणों को संक्रामक बीमारियों का डर सताने लगा है। गांव कुदैनी की मढैया, काकाठेर, गड़ावली और नयाबांस में गलियों व रास्तों पर गहरा पानी भरा है। वहीं, मेला रोड पर करीब दो फीट तक पानी जमा होने से लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि आवागमन बाधित होने से बच्चों और महिलाओं के लिए स्थिति और भी कठिन हो गई है। कई घरों के सामने जलभराव से दुर्गंध फैल रही है और कीड़े-मकोड़े निकल रहे हैं। क्षेत्रीय लोगों का कहना है कि प्रशासन को लगातार निरीक्षण करना चाहिए, ताकि प्रभावित परिवार...