संभल, सितम्बर 28 -- थाना क्षेत्र के सिहौरा गांव में शुक्रवार की सुबह मानवता को झकझोर देने वाला मामला सामने आया था। जहां झाड़ियों में सांप और कुत्तों के बीच एक नवजात शिशु जिंदगी की जंग लड़ रहा था। जहां गांव के ही विजय यादव के माता-पिता ने साहस और संवेदना का परिचय देते हुए नवजात को सुरक्षित बाहर निकाला और पुलिस को सूचना दी थी। लेकिन 24 घंटे बीत जाने के बाद भी चाइल्ड वेलफेयर विभाग का कोई अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा है। जिससे प्रशासन की उदासीनता पर सवाल उठ रहे हैं। सरोज ही नवजात का पालन पोषण कर रही है। शुक्रवार सुबह करीब छह बजे विजय यादव की मां मीना देवी और पिता करन सिंह यादव अपने खेत के किनारे स्थित प्लाट में तोरई की बेल से तोरई तोड़ने गए थे। उसी दौरान उन्हें किसी बच्चे के रोने की आवाज सुनाई दी। जब उन्होंने बेल के अंदर झांका, तो वहां एक नवजा...