दुबई, जुलाई 8 -- संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) ने अपने लंबे समय तक चलने वाले गोल्डन वीजा कार्यक्रम में एक बड़ा बदलाव करते हुए निवेश आधारित मॉडल से हटकर अब नामांकन आधारित प्रणाली की शुरुआत की है। इस नई नीति के तहत अब भारतीय और बांग्लादेशी नागरिक केवल 1,00,000 दिरहम (लगभग 23.3 लाख रुपये) देकर यूएई का गोल्डन वीजा प्राप्त कर सकते हैं। पहले यह वीजा 20 लाख दिरहम (4.66 करोड़ रुपये) तक की संपत्ति निवेश की शर्त पर निर्भर था।पायलट चरण में भारत और बांग्लादेश को चुना गया यूएई सरकार के इस निर्णय से भारतीयों के बीच खासा उत्साह देखने को मिल रहा है। योजना के पायलट चरण में भारत और बांग्लादेश को चुना गया है, जहां भारत में इस योजना को लागू करने की जिम्मेदारी रायद ग्रुप नाम की यूएई-आधारित कंसल्टेंसी को सौंपी गई है। ग्रुप के मैनेजिंग डायरेक्टर रायद कमाल अयूब ने इ...
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