जमशेदपुर, फरवरी 1 -- जल संकट साल दर साल बढ़ता जा रहा है। जल स्रोत सूखते जा रहे हैं। नदियां, तालाब, कुओं की हालत बदतर है। ऐसे में कोल्हान में सर्दी में ही 4517 चापानल खराब हो गए हैं। सर्दी खत्म होते ही कोल्हान के तीनों जिले में जल संकट गहराने लगेगा। कोल्हान में कुल 21,208 चापानल हैं, जिसमें पूर्वी सिंहभूम में 1831 और पश्चिमी सिंहभूम में 800 चापानल खराब पड़े हैं, जबकि सरायकेला खरसांवा में सर्वाधिक 1886 चापानल खराब होने की शिकायतें मिली हैं। सरकारी स्कूल-कालेजों में तो जल संकट अभी से गहराने लगा है। कहीं चापाकल पूरी तरह सूख गए हैं तो कहीं सप्लाई के पानी के भरोसे काम चलाया जा रहा है। शहर के अलग-अलग इलाकों में पानी का स्तर नीचे चले जाने के कारण पेयजल एवं स्वच्छता विभाग को भी समस्या का समाधान में कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है। शहर और आसपास के इ...
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