नई दिल्ली, दिसम्बर 19 -- ज्योतिषशास्त्र में शनि ग्रह को विशेष स्थान प्राप्त है। शनिदेव को कर्म, न्याय, अनुशासन और संघर्ष का कारक ग्रह माना जाता है। शनि का प्रभाव जहां व्यक्ति को कठिन परिस्थितियों से गुजरने पर मजबूर करता है, वहीं सही कर्म और धैर्य के साथ यह ग्रह जीवन को मजबूत भी बनाता है। ज्योतिषीय मान्यताओं के अनुसार, हर व्यक्ति के जीवन में कभी न कभी शनि की साढ़ेसाती जरूर आती है। इस समय मेष राशि पर शनि की साढ़ेसाती चल रही है। मेष राशि पर वर्ष 2032 तक शनि की साढ़ेसाती रहेगी, यानी आने वाले करीब 7 साल तक शनि का प्रभाव इस राशि पर बना रहेगा। वर्ष 2032 में मेष राशि वालों को साढ़ेसाती से मुक्ति मिलेगी।शनि की साढ़ेसाती क्यों लगती है? जब शनि ग्रह राशि परिवर्तन करते हैं, तब तीन राशियों पर शनि की साढ़ेसाती और दो राशियों पर शनि की ढैय्या शुरू हो जाती...