बरेली, सितम्बर 28 -- उत्तर प्रदेश के बरेली में विवाद के बाद इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल(आईएमसी) के प्रमुख मौलाना तौकीर रजा फिर से चर्चा में हैं। पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया है। मौलाना तौकीर रजा पर मुकदमे लिखने की शुरुआत वर्ष 1982 से ही हो गई थी और 2010 के दंगे में भी उसे आरोपी बनाया गया। इसे बावजूद राजनीतिक दखल के चलते दंगा या किसी भी अन्य मामले में वह अब तक जेल नहीं गया। मगर इस बार उसे बवाल कराना भारी पड़ा और पुलिस ने सलाखों के पीछे भेज दिया। पुलिस के मुताबिक मौलाना तौकीर रजा का आपराधिक इतिहास वर्ष 1982 में कोतवाली में मारपीट का मुकदमा दर्ज होने के साथ शुरू हुआ। फिर 1987 में कोतवाली में अमानत में खयानत और 1988 में घर में घुसकर छेड़छाड़ का मामला दर्ज हुआ। हालांकि छेड़छाड़ वाले मामले में फाइनल रिपोर्ट लग गई। फिर कोतवाली में 1996 में मार...