रांची, जुलाई 23 -- रांची, विशेष संवाददाता। किसी भी कंपनी में लगातार 20 वर्षों से कार्य करने वाले ठेका कर्मचारियों को प्रबंधन सीधे स्थायी करे। इससे कंपनी को अनुभवी कार्यबल तो मिलेगा ही, ठेका कर्मियों को स्थायी कर्मचारी बनने के बाद सभी सुविधाओं का लाभ मिल सकेगा। इंटक के राष्ट्रीय संगठन सचिव लीलाधर सिंह ने दिल्ली में हुई इंटक की 315वीं राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में ये मांग उठाई। कहा कि जो कर्मी 10 वर्षों से कार्यरत हैं, उन्हें दो वर्ष की परिवीक्षा अवधि (प्रोबेशन) पर रखकर, मौखिक साक्षात्कार से स्थायी किया जाना चाहिए। यह प्रक्रिया न केवल निजी क्षेत्र, बल्कि सार्वजनिक उपक्रमों में भी लागू हो। उन्होंने कहा कि किसी भी उद्योग को सुचारू रूप से चलाने के लिए कुशल मानव संसाधन के साथ औद्योगिक शांति भी जरूरी है। कामकाजी स्थलों पर श्रम विवाद सामान्य ...