नई दिल्ली, सितम्बर 6 -- दो साल पहले 2023 में यमुना ने दिल्ली को ऐसा झटका दिया कि राजधानी पानी-पानी हो गई। दशकों में आई सबसे भयानक बाढ़ ने सेंट्रल दिल्ली को डुबो दिया था। अब दिल्ली ने उस सबक को सीखते हुए अपनी कमजोरियों को दूर करने की ठान ली है। टूटे-फूटे गेट ठीक किए गए, बांध ऊंचे किए गए और बाढ़ से निपटने की रणनीति को नया रूप दिया गया। लेकिन सवाल यह है कि क्या यह तैयारी यमुना के प्रकोप को रोक पाएगी?2023 की बाढ़, एक कड़वा सबक 2023 की बाढ़ ने दिल्ली को हिलाकर रख दिया था। इससे पहले 1978 में यमुना ने ऐसा ही कहर बरपाया था, जिसके बाद शहर ने मजबूत बांध और रेगुलेटर बनाए थे। ये उपाय दशकों तक कारगर रहे, लेकिन 2023 में लापरवाही और खराब प्लानिंग ने सारी मेहनत पर पानी फेर दिया। आईटीओ के पास रेगुलेटर नंबर 12 के ढहने से बाढ़ का पानी सेंट्रल दिल्ली में घुस...
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