बहराइच, मई 6 -- बहराइच, संवाददाता। सामरिक दृष्टि से चीन व भारत के बीच नेपाल बफर स्टेट की भूमिका में है। इसके बावजूद इसकी खुली सरहद, दोनों देशों के नागरिको की बेरोकटोक आवाजाही इसे अधिक संवेदन शील बनाती है। खुली सरहद के चलते पाक जासूस, खालिस्तानी व आंतकियों के हाइड हाउस के रूप में पनाहगाह बनता रहा है। पहलगाम अटैक के बाद से भारत नेपाल की लगभग 101 किमी लम्बी सरहद पर सशस्त्र सीमा बल व पुलिस कड़ी चौकसी बरत रही है। सन 1971 में हुए भारत पाक युद्ध के दौर से अब तक बदलते हालात के साथ भारत नेपाल की सरहद अत्यंत संवेदन शील होने हो गया है। सरहद पार सक्रिय भारत विरोधी तत्वों की सक्रियता है। मौजूदा सूरतेहाल में एटीएस ने पाक जासूस मसरूर को भारत नेपाल की सरहद पर बाबागंज में पकड़ा था। कोर्ट ने उसे सजा सुनाई थी। इसी वर्ष वह गोरखपुर जेल से सजा काट पाक लौटा है।...
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