किशनगंज, मई 7 -- किशनगंज । हिन्दुस्तान प्रतिनिधि वर्ष 1971 में भारत-पाकिस्तान युद्ध के समय किशनगंज पाकिस्तानी फौज के टारगेट पर रहता था। दरअसल पूर्व दिशा में किशनगंज शहर से महज 30 किमी दूर पूर्वी पाकिस्तान (अब बांग्लादेश) में पाकिस्तानी फौज को यह मालूम हो गया था कि पूर्वी पाकिस्तान के नेता शेख मुजीबुर्रहमान की मुक्तिवाहिनी के गुरिल्लाओं को किशनगंज में शरण व आर्थिक मदद मिलती है। इसलिए पाकिस्तानी फौज ने किशनगंज में मुक्तिवाहिनी के लड़ाकों को टारगेट करने और किशनगंज में दहशत फैलाने सहित भारत सरकार को सबक सिखाने की मंशा से एक ही दिन सीरियल बम विस्फोट कराए थे। बांग्ला संस्कृति के मुस्लिमों के इस क्षेत्र पूर्वी पाकिस्तान में शेख़ मुजीबुर्रहमान रहमान की अगुवाई में मुक्ति वाहिनी के बैनर तले पाकिस्तानी हुकूमत और पाकिस्तानी सेना के आतंक के खिलाफ गुरिल...
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