हापुड़, मई 8 -- हापुड़। मंगलवार रात को एक बजे भारत की सेना ने पाकिस्तान में 100 किलोमीटर घुसने के बाद आतंकी ठिकानों को तबाह कर दिया। वहीं 1965 और 1971 के योद्धाओं ने बताया कि उनके समय में 303 की राइफल से गोली चलाई जाती थी। पहले और अब के युद्ध में जमीन आसमां का अंतर है। 1965, 1971 और 1999 के तीन युद्ध में भारतीय सेना में तैनात रहे विंग कमाड़र सुर्दशन पाल ने हिन्दुस्तान को फोन पर बताया कि आज एक इतिहास रचा गया है। भारतीय सेना ने पाकिस्तान में 100 किमी अंदर घुसकर जो वार किया और तबाही मचाई है वह काबिल ए तारीफ है। सुदर्शनपाल बताते हैं कि आज इंटरनेट का युग है, सेना बहुत आगे हैं। उन्होंने बताया कि मुझे याद है कि जब 1962 में कश्मीर में तैनात था। 1965 में चीन से भारत का युद्ध हो गया। हम वायुयान को लेकर पहाड़ों पर पहुंच गए। हाथ में 303 की राइफल होती...