चतरा, जुलाई 31 -- टंडवा निज प्रतिनिधि सीसीएल का 50 फीसदी मुनाफा सिर्फ मगध और आम्रपाली का है। ऐसे में जब उत्पादन में कमी आयेगी तो इसका असर देश के बिजली घरों में दिखायी देती है। वित्तीय साल 2025-26 में अप्रैल से 30 जूलाई तक पिछले चार माह में जोरदार बारिश के कारण दोनों प्रोजेक्ट से लगभग मात्र 99 लाख टन कोयले की उत्पादन हो पायी। जबकि इसी चार माह में 24-25 में 145 लाख टन उत्पादन हुई थी। इसी प्रकार कोयले की बिक्री के मामले में सीसीएल मात्र लगभग 110 लाख टन बेच पायी जबकि पिछले साल 160 लाख टन कोयले की बिक्री हुई थी। जानकारों की मानें तो मगध से भी ज्यादा आम्रपाली का हालत बुरा है जहां कोल उत्पादन में 38 फीसदी और बिक्री के मामले में 35 फीसदी कमी आयी है। जानकारी के अनुसार अप्रैल से जूलाई माह के बीच 30 जूलाई तक 1915 एमएम बारिश होने का रिकार्ड मगध आम्रप...