एटा, मार्च 22 -- जिले की सभी 29 गोवंशाओं में संरक्षित गोवंश का सत्यापन रस्सी और खूटे से बांधकर किया जा रहा है। अब तक हुए निरीक्षण में प्रत्येक गोशाला के अंदर औसतन 04 से 05 गोवंश बगैर टैंग लगे मिले हैं। जिले के सभी गोसंरक्षण केंद्रों का संबंधित नोडल एवं पशु चिकित्साधिकारियों के माध्यम से भौतिक सत्यापन कराया जा रहा है। गोवंशों के भरण पोषण के लिए शासन से मिलने वाले बजट में धांधली रोकने के लिए सभी गोशालाओं में गोवंश को खूंटे एवं रस्सी से बांधकर उनकी गिनती कराई जा रही है। शुक्रवार को मुख्य विकास अधिकारी डॉ. नागेंद्र नारायण मिश्र ने बताया कि जिले की गोशालाओं की सत्यता जानने एवं प्रत्येक संरक्षित गोवंश के भरण पोषण के लिए 50 रुपये प्रतिदिन के हिसाब से मिलने वाले बजट में धांधली रोकने के लिए मुख्य पशुचिकित्साधिकारी डॉ. अनिल कुमार सिंह को निर्देश कि...