सुभाष पाठक, फरवरी 7 -- लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी बिहार को लेकर इससे पहले इतने गंभीर कभी नहीं दिखे, जितने अब दिख रहे हैं। बीते 18 दिनों में वो दो बार बिहार के दौरे पर आए। इस दौरान उनका संविधान बचाने का मुद्दा और जातीय जनगणना का मुद्दा अहम रहा। जो बताता है कि कांग्रेस ने बिहार में अपनी जड़ें मजबूत करने के लिए प्रयास तेज कर दिए हैं। राहुल गांधी की हाल की बिहार यात्राएं इस बात का सिग्नल संकेत दे रही हैं, कि पार्टी इस बार राज्य को बहुत गंभीरता से ले रही है। क्योंकि राहुल गांधी को पहले कभी बिहार में पार्टी के चुनावी अभियान को लेकर इतना सक्रिय नहीं देखा गया था। हालांकि कांग्रेस ने चुनावी रणनीति का नेतृत्व करने के लिए आरजेडी पर भरोसा जताया है। ये बात राजनीतिक विश्लेषक और पटना विश्वविद्यालय के पूर्व प्रोफेसर एनके चौधर...