ईश्वर शरण शुक्ल, फरवरी 25 -- महाकुंभ अपनी पूर्णता की ओर है लेकिन संगम में डुबकी लगाने के लिए श्रद्धालुओं का आना निरंतर जारी है। अथाह श्रद्धा और उत्साह के आगे श्रद्धालुओं की हर परेशानी नतमस्तक हो जाती है। इसमें कोई सैकड़ों किमी की दूरी नंगे पांव ही तय कर रहा है तो कई बाइक से। यहां तक कि बजरंगबली के भक्त 11 किलो का गदा एक हाथ में लेकर महाकुम्भ तक चले आए। रविवार रात कर्नाटक के मैसूर से नंगे पांव पैदल चलकर महाकुम्भ पहुंचे सगे भाई नारायण लाल और मालाराम के पैर में छाले पड़ गए थे। उनकी एड़ी और पंजे पर पट्टी बंधी थी लेकिन संगम की रेती उनके लिए औषधि बन गई। नारायण ने बताया कि अब तो सभी कष्ट मिट गए। मां गंगा का दर्शन-स्नान कर धन्य हो गए। दोनों भाई 26 जनवरी को मैसूर में तिरंगा फहराकर पैदल निकले थे। नारायण अपने हाथ में भगवान श्रीराम और मालाराम श्री का...
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