रामपुर, सितम्बर 1 -- पीएम आदर्श ग्राम योजना के अंतर्गत अनुसूचित जाति व जनजाति बाहुल्य गांवों में विकास कार्य कराए जाने थे। योजना के अंतर्गत चयनित गांवों में शिक्षा, स्वास्थ्य, सफाई और आवासीय योजनाओं समेत कई काम किए हैं लेकिन बजट का अभाव रहा और योजना अभी तक कागजों में ही सिमट कर रह गई है। ऐसे में इन गांवों के लोग विकास की बाट जोह रहे हैं। वित्तीय वर्ष 2019-20 के बाद से अब तक जिले में 106 गांव पीएम आदर्श ग्राम योजना में चयनित हो चुके हैं मगर इन गांवों में विकास कार्य के लिए केवल 20 गांव का पैसा आया है। बाकी के गांव अभी भी बजट का इंतजार कर रहे हैं। हर साल 15 से 20 गांव योजना में चुन तो लिए जाते हैं मगर बजट न मिलने से गांव में कोई विकास कार्य नहीं हो पा रहा है। जिला समाज कल्याण अधिकारी विकास प्रज्ञा वाजपेयी ने बताया कि योजना में चयनित गांवों ...
Click here to read full article from source
To read the full article or to get the complete feed from this publication, please
Contact Us.