अलीगढ़, दिसम्बर 16 -- अलीगढ़, वरिष्ठ संवाददाता। 16 साल पहले अधिग्रहीत हुई जमीन के मुआवजे के लिए किसान अभी भी सरकारी कार्यालयों के चक्कर लगाने को मजबूर हैं। मामला यमुना एक्सप्रेस-वे से जुड़ा हुआ है। टप्पल, कंसेरा, जिकरपुर, जहानगढ़ व कृपालपुर के किसानों को दिए जाने वाले मुआवजे की धनराशि सरकारी विभाग के खाते में पहुंचने के बाद भी किसानों को वितरित नहीं की जा सकी है। यमुना एक्सप्रेस-वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण ने इस संबंध में अलीगढ़ मंडल की कमिश्नर को पत्र भेजा है। 2009 में यमुना एक्सप्रेसव-वे के लिए जमीन अधिगृहीत की गई थी। जिसमें हरियाणा सीमा से सटे टप्पल, कंसेरा, जिकरपुर, जहानगढ़ व कृपालपुर के किसानों की लगभग 500 हेक्टेयर जमीन अधिगृहित हुई। जमीन के एवज में दिए जाने वाले मुआवजे की दर को लेकर उस समय काफी संघर्ष भी हुआ था। करीब 300 किसानों ने ...