नई दिल्ली, फरवरी 14 -- Dwijapriya Sankashti Chaturthi: सनातन धर्म में द्विजप्रिय संकष्टी चतुर्थी का विशेष महत्व है। हर साल फाल्गुन महीने के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि पर द्विजप्रिय संकष्टी चतुर्थी का पर्व मनाया जाता है। इस खास अवसर पर भगवान गणेश की पूजा-व्रत करने का विधान है। मान्यता है कि द्विजप्रिय संकष्टी चतुर्थी पर भगवान गणेश की विधिपूर्वक पूजा-अर्चना करने से साधक को शुभ फल की प्राप्ति होती है और गणपत्ति बप्पा की कृपा सदैव बनी रहती है। आइए जानते हैं फरवरी में द्विजप्रिय संकष्टी चतुर्थी के दिन पूजा का मुहूर्त व विधि- 16 फरवरी को द्विजप्रिय संकष्टी चतुर्थी: हिन्दू पंचांग के अनुसार, चतुर्थी तिथि फरवरी 15, 2025 को 11:52 पी एम पर प्रारम्भ होगी। चतुर्थी तिथि का समापन फरवरी 17, 2025 को 02:15 ए एम पर होगा। उदया तिथि के अनुसार, व्रत 16 फरवरी क...