साहिबगंज, अप्रैल 2 -- साहिबगंज। मारवाड़ी समाज की विवाहिताओं की ओर से गणगौर पूजन चैती नवरात्र की तृतीया तिथि को विधिवत रूप से करने के ााद उसका विसर्जन गंगा नदी में मंगलवार को किया गया। इसी के साथ 16 दिवसीय गणगौर व्रत का समापन हो गया। दरअसल, मारवाड़ी समाज की नवविवाहिता, कुंवारी व अन्य विवाहितायें गणगौर का शुभारंभ होलिका दहन के अगले दिन से शुरू करती हैं। 16 दिन तक भगवान शिव व माता पार्वती की उपासना व्रती करती हैं। इसमें होलिका दहन की राख महत्वपूर्ण होती है। व्रतियों ने विधि विधान से पूजन के बाद मंगलवार को शाम को स्थानीय बिजली घाट पर गंगा में गणगौर को प्रवाहित कर दिया।
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