मथुरा, जुलाई 13 -- छटीकरा-वृंदावन मार्ग स्थित प्रियाकान्तजु मंदिर में सावन माह में चल रही महाशिवपुराण कथा के दूसरे दिन शनिवार को कथा आरंभ होने से पूर्व सैकड़ों शिवभक्तों ने प्रात: बेला में ब्रज की माटी से 1,51,000 पार्थिव शिवलिंग बनाए। विप्रों द्वारा मंत्रोच्चार के मध्य सभी पार्थिव शिवलिंगों का पंचामृत, बेलपत्र आदि से अभिषेक कराया गया और इसके बाद सभी शिवलिंगों को यमुना में विसर्जित किया गया। इसके बाद महाशिवपुराण कथा का आरंभ हुआ। जिसका शिवभक्तों को श्रवण कराते हुए ठा़ देवकीनंदन ने कहा कि यदि समाज और अपने परिवारों को बचाना है तो सभी को पुनः अपने धर्म, शास्त्र, संस्कृति और सनातन परंपराओं की ओर लौटना होगा। जब तक सनातनी घरों में श्रीमदभगवद्गीता, रामायण, शिवमहापुराण और भागवत कथा का पाठ नहीं होगा, तब तक परिवारों में स्थिरता और प्रेम नहीं आएगा। क...