लखनऊ, जुलाई 10 -- -कई खुलासे हुए पूछताछ में -रिमाण्ड का पहला दिन लखनऊ, विशेष संवाददाता देश की साम्पदायिकता को खतरे में डालने वाला जमालुद्दीन उर्फ छांगुर 15 सालों से धर्मांतरण करवा रहा था। अपने इस 'मिशन को पूरा करने के लिए उसे विदेशों से फंडिंग हो रही थी। उसने सिन्धी दम्पत्ति नीतू व नवीन और उनकी बेटी को इस्लाम धर्म कुबूल कराकर गिरोह में शामिल कर लिया था। साजिश के तहत ही नीतू उर्फ नसरीन के नाम सम्पत्ति बनवाई। आठ बैंकों में खाते खुलवाए। जलालुद्दीन और नीतू उर्फ नसरीन ने रिमाण्ड के पहले दिन एटीएस के सवालों पर यही जवाब दिए। एटीएस ने गोसाईगंज जेल से जमालुद्दीन और नीतू को गुरुवार सुबह सुपुर्दगी में लिया। इन्हें लेकर एटीएस पहले सरोजनीनगर स्थित मुख्यालय गई। यहां पहले उसने पूछताछ में संतोषजनक सवाल नहीं दिए। इस पर एटीएस के अफसरों ने सुबूतों के साथ कई...