अमित पाठक, मार्च 18 -- भारतीय रेलवे में स्टेशनों व ट्रेनों में खानपान की दर तय करने का अधिकार रेलवे बोर्ड का है। बोर्ड सभी जोनल रेलवे से सुझाव लेकर खानपान के रेट तय करता है। इसी संदर्भ में आप यह जानकर अचंभित हो जाएंगे कि रेलवे बोर्ड ने आखिरी बार सितंबर 2012 में रेलवे स्टेशनों व ट्रेनों में मिलने वाले खानपान के रेट निर्धारित किए थे। 2012 से महंगाई करीब तीन गुना बढ़ गई है, परंतु रेलवे बोर्ड ने खानपान के रेट बीते करीब 15 साल से बदले नहीं हैं। आधिकारिक रूप से खानपान के रेट रिवाइज न करने के बावजूद रेलवे स्टेशनों व ट्रेनों में रेलवे बोर्ड की रेटलिस्ट के हिसाब से कोई भी खाने की सामग्री नहीं बिक रही है।सुझाव कई बार गए, नहीं बढ़े रेट आगरा रेल मंडल के एक अधिकारी का कहना है कि रेटलिस्ट को रिवाइज करने के लिए कई बार प्रस्ताव/सुझाव भेजे गए हैं। परंतु क...