हजारीबाग, फरवरी 22 -- दारू प्रतिनिधि। मृतक पवन को बीते 15 फरवरी को उसका तिलक समारोह हुआ था। तिलक होने के बाद वह अपने मामा कनसार निवासी रंजीत यादव और परिजनों के साथ कुंभ स्नान के लिए चला गया। कुंभ स्नान के बाद अयोध्या दर्शन के पश्चात जौनपुर के रास्ते लौटने के दौरान दर्दनाक सडक हादसे में मौत हो गई। पवन की शादी केरेडारी में लगी थी। 22 फ़रवरी (शनिवार ) को दूल्हन के घर तिलक चढाने जाना था। लेकिन होनी को कौन टाल सकता है। शनिवार को ही पवन यादव का अंतिम संस्कार किया गया। इस हृदयविदारक घटना ने सबकी आंखें नम कर दिया। पवन की मौत के बाद से कोहराम मच गया है। परिजनों में सनसनी फैल गई है। पवन दो भाई और एक बहन था। वह बडा भाई था। तिलक होने के बाद वह बहन की शादी कराने के बाद होली बीतने पर अपनी शादी करता। उसके पिता कारू यादव टेंपो चलाते हैं।

हिंदी हिन्दुस्ता...