ढाका, अक्टूबर 16 -- बांग्लादेश के अंतरराष्ट्रीय अपराध न्यायाधिकरण-1 (ICT-1) में मुख्य अभियोजक ने अपनी दलीलें समाप्त करते हुए पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के विरुद्ध जुलाई-अगस्त 2024 के छात्र-नेतृत्व वाले विद्रोह के दौरान हुई हत्याओं के लिए मृत्युदंड की मांग की। अभियोजन पक्ष का दावा है कि इस दौरान कम से कम 1400 लोगों की जान गई थी, और हसीना इन सभी हत्याओं की 'मुख्य साजिशकर्ता' थीं, इसलिए उन्हें '1400 मौत की सजाएं' मिलनी चाहिए। हालांकि, अभियोजक ने अदालत से केवल एक मौत की सजा देने का अनुरोध किया। बता दें कि अगस्त 2024 में सत्ता से हटने के बाद से शेख हसीना भारत में शरणार्थी के रूप में रह रही हैं, लेकिन अब उन पर 'व्यवस्थित हमले' के आरोप लगे हैं, जिसमें हत्या, सामूहिक हत्या, साजिश और भड़कावे जैसे अपराध शामिल हैं। इसके अलावा पूर्व पुलिस महानिरीक्...