नई दिल्ली, अप्रैल 13 -- हिंदू पंचांग के अनुसार 14 अप्रैल को खरमास का समापन होगा। इसके साथ ही शुभ कार्यों की शुरुआत हो जाएगी। खरमास की अवधि में मांगलिक कार्य जैसे विवाह, गृह प्रवेश, मुंडन, यज्ञोपवीत आदि वर्जित माने जाते हैं। लेकिन, इसके समाप्त होते ही एक बार फिर शुभ कार्यों की बहार आ जाएगी। इस बार अप्रैल से लेकर जून तक कुल 38 दिन विवाह के लिए शुभ लग्न मिल रहे हैं।खरमास में नहीं होते शुभ कार्य खरमास उस समय को कहते हैं जब सूर्य देव मीन राशि में प्रवेश करते हैं। इसे अशुभ माना जाता है, क्योंकि इस दौरान सूर्य की स्थिति कमजोर मानी जाती है। हिंदू मान्यता के अनुसार इस अवधि में शुभ कार्यों का फल अपेक्षित रूप से नहीं मिलता, इसलिए विवाह जैसे मांगलिक कार्य टाल दिए जाते हैं। खरमास समय दान-पुण्य, जप-तप और भगवान की भक्ति करने के लिए सबसे अच्छा माना जाता ...