किशनगंज, मई 6 -- सुपौल। हिन्दुस्तान प्रतिनिधि टीआरई 3 के तहत जिले को 1356 विद्यालय अध्यापक तो मिला है लेकिन शहरी क्षेत्र के स्कूल अब भी बदहाल है। तीन चरण में बीपीएससी से हुए शिक्षक बहाली के बाद शहरी क्षेत्र के स्कूलों की स्थिति में सुधार के बजाए अब पूरी तरह से बदहाल हो चुका है। टीआरई में शहरी क्षेत्र के स्कूलों में विद्यालय अध्यापक की पोस्टिंग नहीं होने के कारण शहरी क्षेत्र एक और सत्र की पढ़ाई बिना शिक्षक के होगी। दरअसल बीपीएससी के दो चरण की बहाली और सक्षमता परीक्षा के बाद शहरी क्षेत्र के स्कूलों में शिक्षकों की पोस्टिंग नहीं हुई बल्कि यहां से शिक्षक कम होते गए। इसके कारण पिछले कुछ सालों से जैसे तैसे शहरी क्षेत्र का स्कूल चल रहा था। बीपीएससी के तीसरे चरण में कमी दूर होने की उम्मीद थी लेकिन शहरी क्षेत्र के स्कूलों में विद्यालय अध्यापक की पो...