गिरडीह, सितम्बर 19 -- जमुआ। जमुआ प्रखंड के मिर्जागंज-बदडीहा स्थित दुर्गा मंडप और यहां की पूजा व्यवस्था की बात ही निराली है। गंगा-जमुनी तहजीब की प्रतीक है मिर्जागंज की दुर्गा पूजा। ऐसा माना जाता है कि इस मंदिर की महिमा अपरंपार है। माता से मन्नत मांगने वालों की झोली कभी खाली नहीं रही है। मिर्जागंज में साहू, भूमिहार, माहुरी व अन्य जाति के लोगों के विशेष आग्रह पर तत्कालीन मुस्लिम जमींदार ख्वाजा वाहिद ने यहां विधिवत मां की पूजा की शुरुआत की थी। बताया गया कि 1890 ईस्वी में मां दुर्गा की पूजा शुरू हुई थी। पहले मिट्टी के बने मंदिर में पूजा होती थी। फिर खपरैल और अब पक्के मंदिर का निर्माण हुआ। वर्तमान में यहां राजस्थानी शैली का भव्य दुधिया मंदिर स्थापित है। जिसका निर्माण मिर्जागंज के उद्योगपति मोहन साव के द्वारा कराया गया है। लोग बताते हैं कि विजया...