जौनपुर, जुलाई 16 -- चंदवक, हिन्दुस्तान संवाद। क्षेत्र के बलरामपुर गांव निवासी मुखई राम की 18 जनवरी 2012 में आकस्मिक मौत के बाद पत्नी किसी तरह तीन बच्चों को लेकर जीवन यापन कर रही थी। इसी बीच बड़ा बेटा लगभग 19 वर्ष की अवस्था मे कहीं गायब हो गया। परिजन काफी खोजबीन किए लेकिन कुछ पता चला नहीं। थक हार कर दूसरा बेटा मंजेश कुछ वर्ष बाद जिम्मेदारियां समझ पूना कमाने चला गया और तीसरा बेटा बृजेश घर पर ही रह कर कामकाज करने लगा। बेटे के गम के बावजूद मां, भाई सामान्य जीवन यापन कर रहे थे कि अचानक 14 जुलाई को मां से भिक्षा लेने साधु भेष में पहुंचे बेटे को भिक्षा मिला और वो चलते बना। बगल में पड़ोसी से भिक्षा लेने के दौरान उन सभी को कुछ आशंका हुई तो साधु तुरंत वहां से निकल लिए। ननिहाल गाजीपुर के अमेना में भी भिक्षा के लिए पहुंचा और लेकर चल दिये। यह चर्चा हर ज...