मुंगेर, मार्च 11 -- मुंगेर, हिन्दुस्तान प्रतिनिधि। इस वर्ष 13 मार्च को हालिका दहन किया जाएगा एवं एक दिन बाद रंगोत्सव मनाया जाएगा। ज्योतिष राकेश मिश्र ने बताया कि फाल्गुन पूर्णिमा को प्रदोष काल में होलिका दहन करने की परंपरा है। 13 मार्च को सुबह 10 बजकर 12 मिनट पर पूर्णिमा प्रवेश कर रहा है, जो 14 मार्च को दिन के 11 बजकर 22 मिनट तक रहेगा। होलिका दहन पूर्णिमा की रात्रि को भद्रा के बीतने के बाद किया जाता है। भद्रा का समापन 13 मार्च की रात्रि 10 बजकर 46 मिनट पर और पूर्णिमा तिथि का समापन 14 मार्च शुक्रवार को दिन के 11.22 पर हो रहा है, इसलिए होलिका दहन 13 मार्च की रात्रि में भद्रा समाप्त होने पर उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र में किया जाएगा। 14 मार्च को दिन के 11.22 बजे से चैत्र कृष्ण प्रतिपदा प्रवेश कर रहा है, इसलिए होली उदया तिथि के अनुसार 15 मार्च को...