प्रयागराज, जुलाई 26 -- नैनी। कारगिल युद्ध में पाकिस्तानी दुश्मनों से मोर्चा लेते हुए देश के लिए मर मिटने वाले करछना के सपूत लाल मणि को विजय दिवस की पूर्व संध्या पर नमन करते हुए उन्हें याद किया गया। उनकी पत्नी संतोष देवी ने शहीद के चित्र पर पुष्प चढ़ाकर दीप जलाए। संतोष देवी ने अपने शहीद पति की वीरता बताते हुए भावुक हो गईं। प्रयागराज के करछना तहसील स्थित पतुलकी गांव के रहने वाले शहीद लाल मणि यादव तीन भाइयों समरजीत, कमला प्रसाद में सबसे छोटे थे। लालमणि वर्ष 1981 में भारतीय सेना में शामिल हुए थे। वर्ष 1999 में कारगिल युद्ध के दौरान उन्हें 13 कुमाऊं रेजीमेंट की ओर से दुश्मनों से मोर्चा लेने के लिए भेजा गया था। जहां छह सितंबर 1999 को 13 दुश्मनों को मार गिराने के बाद वह शहीद हो गए। चार बच्चों और पत्नी को छोड़ गए नायक सूबेदार लाल मणि जब शहीद हुए ...