कुशीनगर, दिसम्बर 26 -- कुशीनगर। अंग्रेजों के जमाने के बने पटहेरवा थाने का कायाकल्प हो रहा है। थाने में नए बने प्रशानिक भवन, बैरक ,महिला हेल्प डेक्स,जनसुनवाई कक्ष के बनने के बाद अब थाने के चारों तरफ से चहार दीवारी (बाउंड्रीवाल) का काम भी शुरु हो गया। बाउंड्री वाल का काम हो जाने के बाद पटहेरवा थाना अब नए रूप में दिखेगा। वर्ष 1902 में स्थापित अंग्रेजों के शासन काल में पटहेरवा थाना अफीम और नील के खेती का कलेक्शन सेंटर था। बाद में अंग्रेजों ने इसे थाना बना दिया। पटहेरवा थाने के कैम्पस में बने उस समय के कुछ भवन आज इस बात का परिचायक है। आजादी के बाद अस्तित्व में आये पटहेरवा थाने का काम इन्हीं पुराने भवनों से होता था। जीर्ण शीर्ण हो चुके पुराने भवन को तोड़कर थाने का आफिस, मालखना, आरक्षियों के लिये भवन बैरक, फरियादियों के लिए जनसुनवाई कक्ष, भोजनालय...