कटिहार, दिसम्बर 26 -- कटिहार, हिन्दुस्तान प्रतिनिधि। कटिहार में इन दिनों खुशियों का शोर लोगों की सेहत पर भारी पड़ता दिख रहा है। लग्न और लगातार हो रहे सामाजिक कार्यक्रमों ने शहर को ऐसे शोर में डुबो दिया है, जो अब उत्सव नहीं बल्कि स्वास्थ्य के लिए संकट बनता जा रहा है। बैंड-बाजा, डीजे, बारातों की आतिशबाजी और जाम में बजते प्रेशर हॉर्न ने ध्वनि प्रदूषण को खतरनाक स्तर तक पहुंचा दिया है। कई इलाकों में साउंड लेवल 120 से 140 डेसीबल तक दर्ज किया जा रहा है, जो मानक सीमा से कई गुना अधिक है। शोर की यह मार सिर्फ चौक-चौराहों तक सीमित नहीं है। अस्पतालों, रिहायशी इलाकों और स्कूलों के आसपास भी हालात चिंताजनक बने हुए हैं। एनएच-31 पर कुरसेला से लेकर गेड़ाबाड़ी और फलका तक जाम के दौरान प्रेशर हॉर्न का बेहिसाब इस्तेमाल आम बात है। डॉक्टरों की चेतावनी: विनोदपुर र...