नई दिल्ली, अक्टूबर 23 -- एग्जाम खत्म होने के बाद हम लोग चैन की नींद सोने और पार्टी प्लान करने लगते हैं। ऐसा लगता है किसी कैद से छूटे हों। हम लोगों में से ज्यादातर की शैक्षणिक जिंदगी दो तीन सर्टिफिकेट और एक से दो डिग्रियों पर खत्म हो जाती है। लेकिन यहां हम आपको चेन्नई के उस शख्स की कहानी बता रहे हैं जिनके लिए पढ़ाई कोई डिग्री हासिल कर मंजिल पाने जैसा नहीं, बल्कि जीवन की एक यात्रा जैसा है। प्रोफेसर डॉ. वी. एन. पार्थीबन 150 से ज्यादा डिग्रियां हासिल कर चुके हैं। उन्हें प्यार से डिग्री का भंडार और जीता जागता ज्ञानकोष कहा जाता है। लेकिन डॉ. पार्थीबन के कभी न रुकने वाले इस शैक्षणिक सफर की शुरुआत कैसे हुई? यह भी जानना दिलचस्प है। यह सब उनकी मां से किए गए एक वादे से शुरू हुआ। मनी कंट्रोल की रिपोर्ट के मुताबिक अपनी पहली ही डिग्री में प्रोफेसर पार्...