मुजफ्फरपुर, जून 18 -- मुजफ्फरपुर, हिन्दुस्तान प्रतिनिधि। नाबालिगों से छेड़खानी और दुष्कर्म के प्रयास के मामले की जांच पुलिस वर्षों से दबाए हुए है। पॉक्सो एक्ट के तहत दर्ज ऐसे मामलों में 12 वर्ष पुराने भी शामिल हैं। इससे आरोपितों को लाभ मिल रहा है। विशेष पॉक्सो कोर्ट में सुनवाई की तिथियों पर ऐसे मामले सामने आ रहे हैं। पुलिस की इस लापरवाही पर विशेष पॉक्सो कोर्ट संख्या-एक के न्यायाधीश धीरेद्र मिश्रा ने सख्ती शुरू की है। ऐसे दर्जन भर मामलों में संबंधित थानाध्यक्षों व आईओ पर कार्रवाई की है। इसके बाद पुलिस कुछ मामलों में जांच पूरी कर चार्जशीट या अंतिम प्रतिवेदन विशेष कोर्ट में दाखिल कर रही है। हालांकि, अभी भी इसकी गति काफी धीमी है। विशेष लोक अभियोजक (पॉक्सो) नरेंद्र कुमार ने बताया कि विशेष पॉक्सो कोर्ट संख्या-तीन में लगभग ढाई सौ मामले की सुनवाई...