नई दिल्ली, जून 24 -- मध्य पूर्व एक बार फिर जंग के मुहाने पर खड़ा है। ईरान और इज़रायल के बीच जारी 12 दिन की खूनी जंग के बाद भले ही अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने संघर्षविराम की घोषणा की हो, लेकिन ज़मीनी हकीकत अब भी गोलियों और मिसाइलों की गूंज से जूझ रही है। दोनों देश अपनी-अपनी जीत का दावा कर रहे हैं, लेकिन मानवता और बुनियादी ढांचे का जो नुक़सान हुआ है, उसने पूरी दुनिया को सकते में डाल दिया है।ईरान को कितना नुकसान? इज़रायली एयरस्ट्राइक्स में ईरान का सैन्य और नाभिकीय ढांचा बुरी तरह क्षतिग्रस्त हुआ। अंतरराष्ट्रीय मीडिया के मुताबिक, 12 दिनों में ईरान ने 600 से 900 लोगों की जान गंवाई, जिनमें IRGC कमांडर, वैज्ञानिक और नागरिक शामिल हैं। 3,000 से अधिक लोग घायल हुए। अमेरिकी और इज़रायली हमलों में फोर्दो, इस्फ़हान और नतांज़ जैसे संवेदनशील परम...