धनबाद, जून 12 -- धनबाद, मुख्य संवाददाता। भगवान जगन्नाथ को जेठ पूर्णिमा के दिन बुधवार को 108 घड़े से स्नान कराया गया। महास्नान के बाद भगवान जगन्नाथ बीमार पड़ गए। बड़े भाई बलभद्र और बहन सुभद्रा के साथ बुधवार को भगवान जगन्नाथ एकांतवास में चले गए। ठीक 15 दिन के बाद 27 जून को नेत्र उत्सव मनाया जाएगा। साथ ही रथ यात्रा महोत्सव की शुरुआत हो जाएगी। शहर के धनसार जगन्नाथ मंदिर, रेलवे इंस्टीट्यूट माझेरपाड़ा जगन्नाथ देव मंदिर और कुसुम विहार के इस्कॉन मंदिर में स्नान यात्रा के दौरान पूर्णिमा उत्सव मनाया गया। धनसार जगन्नाथ मंदिर और माझेरपाड़ा में बुधवार को पूरे विधि-विधान से भगवान जगन्नाथ, बड़े भाई बलभद्र और बहन सुभद्रा को गर्भगृह से बाहर निकाला गया। जगन्नाथ पुरी की तर्ज पर सभी वैधानिक अनुष्ठान पूरे करने के बाद भगवान को 108 घड़ों के शीतल जल से स्नान कराया...