पूर्णिया, सितम्बर 28 -- गढ़बनैली, एक संवाददाता। सीमांचल का राजघराने से संबंधित गढ़बनैली दुर्गा मंदिर काफी पुराना एवं कठिन साधना तांत्रिक विधि से पूजा रूप प्रदान करनेवाला मंदिर है। लगभग 105 साल पुराना यह दुर्गा मंदिर गढ़बनैली के राजा रामानंद सिंह द्वारा स्थापित किया गया था। आज्ञा से आचार्य ताराचरण शर्मा, शनिनाथ शर्मा, मुरलीधर शर्मा एवं कालीचरण शर्मा ने मंथन कर एक पुस्तक मंत्र का रुप दिया जिस पुस्तक मंत्र का निर्वाह आज भी राजघराने के लोग कर रहे हैं। तांत्रिक विधि से पूजा करने के लिए पुजारियों का जमघट होता है,जो कठिन साधना व्रत करते हैं। तांत्रिक विधि से पूजा करने में हवन का विशेष महत्व है। यह पद्धति दुर्गा उपासना कल्पद्रुम से लिया गया है। जिसमें सात सौ मंत्रोच्चारण किया जाता है। इसके अतिरिक्त कठिन विलोम पाठ में उल्टा मंत्रोच्चारण पाठ किया ज...