विशेष संवाददाता, फरवरी 16 -- कस्तूरी और दीपायन घोष की आंखों का तारा ग्रेहाउंड। इस दंपति ने 104 दिन पहले एक होटल से खोने के बाद उसको तलाशने में दिन-रात एक कर दिया। शनिवार को आगरा से एक गाइड का फोन पहुंचा तो आंखें चमक उठीं। सूचना मिली कि ग्रेहाउंड मिल गई है। दंपति बताए गए पते पर मेहताब बाग पहुंचे। ग्रेहाउंड की कस्तूरी से आखें मिलीं तो वह दौड़कर उनसे लिपट गई। बाद में होटल जाकर दंपति ने केक काटकर जश्न मनाया। कस्तूरी ने बताया कि जब वह मेहताब बाग गई तो वहां पर वन विभाग के एक हिस्से में वह छिपी थी। काफी हिंसक लग रही थी। एक बार वह बाहर की ओर निकली तो वापस भाग कर छिप गई, लेकिन जब उसे मैंने प्यार से बेटा कहकर पुकारा तो वह फिर से निकली और सीधे मुझसे आकर लिपट गई। उसको छूने के बाद ऐसा लगा कि सबकुछ मिल गया। हम दोनों लोगों ने उसे प्यार से सहलाया। उसके ब...