रांची, जून 13 -- रांची, संवाददाता। रक्तदान को लेकर समाज में फैली भ्रांतियों को तोड़ते हुए बीआईटी मेसरा में कार्यरत प्रोफेसर विशाल शाह ने हर किसी के सामने एक मिसाल कायम की है। अब तक 103 बार रक्तदान कर चुके प्रोफेसर शाह 2004 से इस नेक कार्य को करते आ रहे हैं। हालांकि नियमित रूप से उन्होंने 2012 से रक्तदान करना शुरू किया। 47 वर्षीय प्रोफेसर शाह आज भी सक्रिय रूप से रक्तदान कर रहे हैं और भविष्य में भी इसे जारी रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं। विशाल शाह बताते हैं की वे अधिकतर प्लेटलेट्स डोनेट करते हैं, जिसे हर 15 दिन में किया जा सकता है। इसी कारण वे वर्ष में औसतन 20 बार रक्तदान कर लेते हैं। रक्तदान को लेकर वे कहते हैं, हम जो ब्लड देते हैं वह अतिरिक्त होता है। हमारी बॉडी में करीब 7-8 लीटर खून होता है, जबकि रक्तदान में मात्र 250-300 मिलीलीटर दिया जाता ...