प्रयागराज, अक्टूबर 4 -- ग्राम पंचायतों में चारा घोटाला भी जमकर चल रहा है। जिले की 132 गोशालाओं में इस वक्त लगभग 25 हजार गोवंश हैं। जबकि ग्राम पंचायतों की ओर से 35 हजार पंजीकृत गोवंशों के नाम पर बजट की मांग शासन से की जाती रही और इसका भुगतान लिया जाता रहा। मामला संज्ञान में आने के बाद सीडीओ ने गोशालाओं की सूची मंगाकर इसे शार्ट लिस्ट किया। गोशलाओं में रहने वाले गोवंशों के लिए प्रदेश सरकार प्रति गोवंश, प्रतिदिन के लिए 50 रुपये का भुगतान करती है। जिले में इस वक्त 132 गोशालाएं हैं। जिसमें पंजीकृत गोवंशों की संख्या 35 हजार है। जबकि बीमारी और अन्य कारणों से लगभग 10 हजार गोवंशों की मौत हो गई है। यानी जीवत गोवंश 25 हजार ही हैं। इन गोवंशों के चारे के लिए ग्राम पंचायतों की ओर से बजट का प्रस्ताव दिया जाता है, जिस पर मुख्य पशु चिकित्साधिकारी अनुमोदन क...