ललितपुर, अक्टूबर 31 -- जनपद में 'मोन्था' भले ही बहुत असर नहीं दिखा पाया हो लेकिन इसने फसलों की बुआई के लिए सिंचाई पर खर्च होने वाले किसानों के लाखों रुपये और बांधों का पानी बचा दिया है। इस चक्रवात की बारिश से खेतों की मिट्टी नम हो गयी है। ऐसे में किसानों की मांग को ध्यान में रखकर आज से चलने वाली नहरों को 10 तारीख से चलाया जाएगा। जबरदस्त जल संकट से जूझने वाले जनपद में सिंचाई संसाधन मजबूत करने के लिए कई बांध बनाए गए। इनमें से गोविंद सागर, शहजाद, उटारी, जमड़ार, बंडई, कचनौंदा, रोहिणी, जामनी, सजनाम, लोअर रोहिणी और भावनी बांध प्रमुख हैं। इनकी नहरों से जनपद स्थित हजारों हेक्टेयर फसलों की सिंचाई होती है। इसके अलावा राजघाट बांध में बनी जाखलौन पंप कैनाल, एलआरसी और यूआरसी से भी जनपद के बड़े क्षेत्रफल में पानी पहुंचता है। इस बार रबी में एक नवंबर से नहर...