बदायूं, दिसम्बर 29 -- बदायूं, संवाददाता। वर्ष 1979 में हिंदी सिनेमा की सुपरहिट फिल्म सरगम का गाना हम तो चले परदेश हम परदेशी हो गए आजकल एसआईआर के बाद लोगों की जुबां पर है। यह गाना जुदाई और दर्द का एक मार्मिक गीत है जो आज भी लोगों के दिलों को छूता है लेकिन एसआईआर के बाद तमाम परिवार ऐसी मार्मिक स्थिति से गुजर रहे हैं। दो वक्त की रोटी की तलाश में परदेश गए तो एसआईआर का फार्म न भरकर अपनी राष्ट्रीयता को खतरे में डाल चुके हैं वहीं बीएलओ भी घर तक तो गए लेकिन दरवाजे पर कोई न मिलने से वापस लौट आये हैं और फार्म नहीं भर सके हैं। बीएलओ ने तो अपनी रिपोर्ट निर्वाचन आयोग को दे दी है कि वोटर अनुपस्थित मिले हैं। फिलहाल रोजी-रोटी की तलाश में गए परिवारों का एसआईआर फार्म भरने से छूट गया है। जनपद में चार नवंबर से शुरू हुआ एसआईआर का कार्य पूरा हो गया है। 26 दिसं...