ज्योतिर्मठ, मार्च 3 -- उत्तराखंड के चमोली जिले में बदरीनाथ के समीप माणा में 28 फरवरी की सुबह दो घंटे के अंतराल में तीन बार एवलांस आया। तीन बार में नर पर्वत पर जमी बर्फ नीचे सरकी और यह सिलसिला तबाही मचाने के बाद थमा। माणा में कंटेनरों के अंदर आराम कर रहे बीआरओ के श्रमिक इसकी चपेट में आ गए। हादसे में सुरक्षित बचे श्रमिकों ने रविवार को अपनी आपबीती सुनाई तो घटना की पल-पल की कहानी से पर्दा हटा। तिब्बत सीमा के निकट माणा भारत का पहला गांव कहलाता है। इस सीमावर्ती क्षेत्र में सड़कें बनाने का जिम्मा सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) संभालता है। इनदिनों भी निर्माण कार्य में कई टीमें लगी हुई थीं। श्रमिकों की एक टीम में शामिल बालिया यूपी निवासी राम सुजान सिंह, बिहार निवासी धीरज कुमार पासवान, किशन कुमार व जितेश कुमार हादसे का शिकार हुए, जिन्हें सुरक्षित बचा लिया...