हजारीबाग, जून 2 -- हजारीबाग। मध्यप्रदेश से आए युवा कवि और इंजीनियर मयंक शर्मा ने वीररस की कविताओं से लोगों में खूब जोश भरे। उन्होंने कहा कि कोई जब पूछे तो कलम उठाके कलाम मैं लिख देता हूं। और जब कोई पूछे होते हैं फरिश्ते कैसे, पावन शहीदों को सलाम लिख देता हूं। पुण्य कर्म में प्रथम कर्म जब पूछे कोई, सीमाओं के प्रहरी के काम लिख देता हूं। और जब पूछे स्वर्ग कैसा होता है तान के सीना हिंदुस्तान लिख देता हूं। मयंक पेशे से इंजीनियर है। वह मेकनिकल इंजीनियरिंग में डॉक्टरेट है। वो एक इंजीनियरिंग कॉलेज में पढ़ाते भी हैं। यहां अपनी प्रस्तुति के दौरान युवाओं के साथ प्रौढ़ो में देशभक्ति की भावना खूब जगाई। हास्य ठिठोली के माहौल में उन्होंने लोगों को अपनी काव्य रचना से खूब प्रभावित किया। युवाओ के साथ वहां मौजूद लोगों ने उनकी प्रशंसा की।

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