प्रयागराज, दिसम्बर 19 -- प्रयागराज, संवाददाता। बिशप जॉनसन स्कूल का परिसर शुक्रवार को तीन दिवसीय बज्म ए विरासत के जरिए दूसरी बार प्रयागराज के समृद्ध सांस्कृतिक, ऐतिहासिक व साहित्यिक कार्यक्रमों का साक्षी बना। जिसका उद्घाटन मुख्य अतिथि पूर्व न्यायमूर्ति सुधांशु धूलिया ने दीप प्रज्ज्वलन से किया। जब उनसे पूछा गया कि इलाहाबाद ने उन्हें क्या दिया तो न्यायमूर्ति ने फैज अहमद फैज के सदाबहार शब्दों से उत्तर दिया और पंक्तियां 'अजीजी सीखीं, गरीबों की हिमायत सीखी, या-सो हिरमान के दुख-दर्द के मअनी सीखे। जेर दस्तों के मसाइब को समझना सीखा, सर्द आहों के रुख-ए-जर्द के मअनी सीखी पढ़ी'। इस पर श्रोताओं ने खूब तालियां बजाईं। न्यायमूर्ति ने कहा यही वह शहर है जिसने हमें सब कुछ दिया, यहीं हमने पढ़ना लिखना सीखा, दोस्ती की और इसी शहर में हमने सबसे पहले मोहब्बत करना...