नई दिल्ली। राजन शर्मा, सितम्बर 26 -- स्वयंभू बाबा स्वामी चैतन्यानंद सरस्वती मामले से जुड़ी पड़ताल में कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं। आरोपी ईडब्ल्यूएस कोटे से दाखिला लेने वाली छात्राओं को एक साल की सेवा देने के लिए मजबूर करता था। इसके इतर, इसी साल मार्च में भी पुलिस को बाबा के खिलाफ शिकायत मिली थी, लेकिन पुलिस ने छात्रा की शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं की। छात्रा का आरोप था कि संस्थान ने उनकी शर्तें न मानने पर डिग्री रोकने बात कह रात को ही हॉस्टल से बाहर निकाल दिया था। इसके बाद वह अपना दाखिला रद्द करवाना चाहती थी, लेकिन संस्थान उसके दस्तावेज नहीं लौटा रहा था। पुलिस ने भी उसकी मदद नहीं की। अगर पुलिस उस समय शिकायत पर कार्रवाई करती तो शायद कई छात्राएं शोषण का शिकार होने से बच जातीं। यह भी पढ़ें- महिला डिफेंस अधिकारी को भी परेशान करता था चैत...